समुद्र भरा है धन का, मालिक की है तलाश ।
पोर्टल उदगम बना है, कर लो आप भी प्रयास ।
इस ब्लॉग का उद्देश्य : भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनक्लेमड़ जमाराशियों के निपटान का भगीरथ प्रयास उदगम पोर्टल : बैंकों में आपके व आपके परिवार के सदस्यों के नाम की जमाराशि, जिसको आप भूल चुके हैं, उस धन का पता कैसे लगाए, प्राप्त करें व अपने धन को सुरक्षित कैसे करें ।
विश्व में बैंकों के उद्भव से ही लोग अपने धन की सुरक्षा व ब्याज रूपी अतिरिक्त लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से बैंकों में अपना धन जमा कराते रहे हैं । परंतु कई बार खाताधारक विभिन्न कारणों यथा बैंक खाता पासबुक, चैकबुक व खाता संबंधी जानकारी गुम हो जाने या भूल जाने, खाताधारक की मृत्यु होने व वारिसों को मृतक के बैंक खाते की जानकारी न होने की स्थिति में यह जमाराशि, बैंक में ही अनक्लेमड़ राशि के रूप में पड़ी रहती है ।
बिना दावे वाले जमा धन क्या है ?
भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा निर्देशों के अनुसार बैंकों के पास रखे गए किसी भी जमा खाते में क्रेडिट शेष राशि, जिसे दस साल या उससे अधिक समय से संचालित नहीं किया गया है, या कोई भी राशि जो “जमाकर्ता शिक्षा और जागरूकता” (डीईए) निधि योजना, 2014 के पैराग्राफ 3 (iii) में उल्लिखित दस साल या उससे अधिक समय तक बिना दावे के रहती है ।
समस्या की स्थिति :
- बचत खातों का 73%, बिना दावे वाले जमा में योगदान है ।
- जमाकर्ता शिक्षा और जागरूकता (DEA) फंड में 2022-23 के ₹62,224.89 करोड़ से बढ़कर 2023-24 में ₹78,212.53 करोड़ की 26% वृद्धि हुई ।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा उठाए गए कदम :
- वेबसाइट सूची : बैंक अपनी वेबसाइट पर बिना दावे वाले जमाकर्ताओं की सूची प्रकाशित करते हैं (संवेदनशील जानकारी को छोड़कर) ।
- UDGAM पोर्टल : अगस्त 2023 में शुरू हुआ, यह पोर्टल खाताधारक के नाम और बैंक विवरण के आधार पर विभिन्न बैंकों में बिना दावे वाले जमाराशि की खोज करने की सुविधा प्रदान करता है ।
- उदगम पोर्टल के परिचालन विषय में : उदगम पोर्टल जन सामान्य के लिए बिना दावे वाले जमा खातों (Unclaimed Deposits-Gateway to Access inforMation) की जानकारी तलाशने का एक ऑनलाइन माध्यम है । इस पोर्टल पर उपयोगकर्ता पंजीकरण के उपरांत एक ही स्थान पर, कई बैंकों में पड़े अनक्लेमड़ जमा/खातों की खोज कर सकता है ।
- उदगम (UDGAM) पोर्टल पर (क) व्यक्तिगत और (ख) गैर- व्यक्तिगत की अनक्लेमड़ जमा/खातों की खोज के लिए उपयोगकर्ता को अपना नाम और मोबाइल नंबर प्रदान कर के पोर्टल पर पंजीकरण करना आवश्यक है। (क) व्यक्तिगत श्रेणी में अनक्लेमड़ जमा/खातों की खोज के लिए, उपयोगकर्ता को खाताधारक का नाम, बैंक का नाम (एक या अधिक बैंकों का चयन किया जा सकता है) और पांच इनपुट में से कोई एक या अधिक इनपुट प्रदान करना होगा, अर्थात ,
- पैन नंबर,
- ड्राइविंग लाईसैन्स नंबर,
- वोटर आईडी नंबर,
- पासपोर्ट नंबर और खाताधारक की जन्मतिथि ।
- पोर्टल का स्क्रीनशॉट नीचे दिया गया है ।
- (ख) गैर- व्यक्तिगत श्रेणी अनक्लेमड़ जमा/खातों की खोज के लिए, उपयोगकर्ता को संस्था का नाम, बैंक का नाम (एक या अधिक बैंकों का
चयन किया जा सकता है) और नीचे प्रदर्शित चार इनपुट में से कोई एक या अधिक इनपुट प्रदान करना होगा। - अगर उपर्युक्त में से कोई भी जानकारी उपलब्ध न हो तो, उपयोगकर्ता खोज करने के लिए ऊपर प्रदर्शित इनपुट के स्थान पर खाताधारक अथवा संस्था का पता (जैसा भी मामला हो) टाइप कर सकता है ।
- यदि इनपुट की गई सूचना के आधार पर कोई विवरण दिखाई देता है तो उसमे प्रदर्शित यूडीआरएन नंबर के आधार पर संबन्धित बैंक से सम्पर्क किया जाएगा ।
- अनक्लेमड़ जमाराशि का दावा केवल संबन्धित बैंक से ही किया जा सकता है।
- UDRN : यूडीआरएन नंबर का उपयोग इसलिए किया जाता है ताकि खाताधारक अथवा जिस बैंक शाखा में खाता है, उसे कोईतीसरा पक्ष पहचान न सके । यूडीआरएन बैंक शाखाओं को उन ग्राहकों/ जमाकर्ताओं से प्राप्त दावों को निपटाने में सक्षम बनाता है, जिन्होंने उदगम (UDGAM) पोर्टल पर दावों की सफल खोज की है । उदगम (UDGAM) पोर्टल में शामिल बैंकों के नाम पोर्टल पर दिये गए हैं ।
- ग्राहक जागरूकता हेतु बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा निर्देश :
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बैंक अपनी वेबसाइट के साथ-साथ अपनी शाखाओं में निष्क्रिय खाते/बिना दावे वाली जमाराशियों को सक्रिय करने और उसमें शेष राशि का दावा करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे । ग्राहकों के लाभ के लिए आवश्यक दावा फार्म और दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएं ।
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बैंक अपनी वेबसाइट के साथ-साथ अपनी शाखाओं में निष्क्रिय खाते/बिना दावे वाली जमाराशियों को सक्रिय करने और उसमें शेष राशि का दावा करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। ग्राहकों के लाभ के लिए आवश्यक दावा फार्म और दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएं ।
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बैंक निष्क्रिय
खातों/बिना दावे वाली जमाराशियों को सक्रिय करने और मृत जमाकर्ता के मामले में जमाकर्ता या उसके नामित/कानूनी उत्तराधिकारी द्वारा उसमें पड़ी राशि का दावा करने की निर्धारित प्रक्रिया के बारे में जनता को शिक्षित करने के लिए नियमित रूप से जन जागरूकता और वित्तीय साक्षरता अभियान चलाएंगे।
The Reserve Bank of India (RBI)
is addressing the huge volume of unclaimed deposits in Indian banks—₹78,212.53 crore as of 2023-24—mostly from inactive savings accounts. Reasons include lost documents, account holder death, or lack of awareness among heirs.
What Counts as an Unclaimed Deposit?
Any bank account with a credit balance not operated for 10+ years. These funds are transferred to the Depositor Education and Awareness (DEA) Fund.
How Can You Search for Unclaimed Money?
Via the UDGAM Portal (launched August 2023):
Click here to visit the site of Udgam Portal https://udgam.rbi.org.in/unclaimed-deposits/#/login
What You’ll Need:
To search for Individual Accounts, provide:
• Account holder’s name
• Bank(s) to search
• One of the following:
• PAN number
• Driving license number
• Voter ID
• Passport number
• Date of birth
(If not available, address search is also an option)
For Non-Individual Accounts (Companies, Trusts):
• Organization name
• Bank(s)
• One of 4 IDs or address
What Happens After Search?
• If there’s a match, you’ll get a UDRN (Unique Deposit Reference Number).
• Use this UDRN to approach the respective bank and claim the deposit.
Note: Only the bank can release the funds—RBI facilitates the search only.
RBI’s Role: RBI has instructed banks to:
• Run awareness campaigns
• Publish info on activating dormant accounts
• Provide claim forms and required document checklists on websites and at branches
परिपूर्ण एवं संपूर्ण ज्ञानवर्धक।
अत्यंत सारगर्भित सुसंगत एवं जन साधारण के लिए उपयोगी जानकारी। इस जानकारी का अधिकाधिक प्रचार प्रसार किए जाने की आवश्यकता है, बहुतों के लिए यह गड़ा हुआ धन प्राप्ति जैसी बात होगी। लेखक को साधुवाद।
Very easy method to trace unclaimed deposits. Nicely explained.
Very nice and very well explained
बहुत अच्छा है
Great Work sit
Interesting and catchy starting. Very well explained 👏
अपने बहुत अच्छी और जरूरी जानकारी दी है। अन्क्लैमड पड़े करोड़ों अमाउंट के वारिस का पता लगाना सही में एक लंबी और कॉम्प्लिकेटेड प्रक्रिया हे।
Nicely explained and can be very useful for the legal heirs/nominees of the deceased to know the quantum lying with different Banks and how to claim such money that belongs to them.
Greetings to the author to bring such useful information to the notice of public in general in a simple and useful manner.
Very nice sir, very helpful information you have explained in simple language, nice work 🙂
Very good explained.
Nicely explained.
Rakesh Kumar Garg
Nicely explained, beneficial for legal heirs.
Thanks a lot, Sir.
लेखक ने एक महत्वपूर्ण विषय को जनसाधारण के लिए बड़ी अच्छी तरह से समझाया है! कोई भी इस लेख को पढ़कर इंगित बिंदुओं के आधार पर, यदि किसी का धन इस श्रेणी में आता है, तो पुनः प्राप्त कर सकता है! लेखक ऐसी व्यवहारिक जानकारी प्रदान करने के लिए साधुवाद के पात्र हैं
Super
बहुत सुन्दर प्रयास है,ज्यादा से ज्यादा इसका प्रश्न
उत्साह वर्धन के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
Very nicely explained
Thanks for your comment and motivation. Regards