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अभियान का महत्व और आधिकारिक शुरुआत

ज़रा सोचिए, क्या आपको पता है कि आपके या आपके परिवार के किसी सदस्य की बरसों पहले की बचत – जैसे कि एक पुरानी बैंक सावधि जमा (FD), एक परिपक्व बीमा पॉलिसी, या न लिया गया कोई लाभांश – सरकार के पास आपके इंतज़ार में पड़ी हो सकती है?

भारत सरकार का विशेष जागरूकता अभियान, “आपकी पूँजी, आपका अधिकार” (Your Money, Your Right), **4 अक्टूबर 2025 से दिसंबर 2025** तक चलेगा। यह अभियान हर नागरिक को ऐसी लावारिस वित्तीय संपत्तियों को खोजने और कानूनी रूप से उन पर दावा करने में मदद करने के लिए समर्पित है।

यह केवल प्रचार नहीं है, बल्कि यह एक प्रतिबद्धता है। **केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण** 4 अक्टूबर 2025 को गांधीनगर, गुजरात से इस अभियान का उद्घाटन करेंगी। यह अभियान **वित्तीय सेवा विभाग (DFS)** के नेतृत्व में **RBI, IRDAI, SEBI, और IEPFA** जैसे सभी प्रमुख नियामकों को एक साथ ला रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आपका हर रुपया आपको वापस मिल सके।


🔎 कौन सी संपत्तियां हैं ‘लावारिस’?

जागरूकता की कमी या पुराने KYC/खाता विवरण के कारण ये संपत्तियां अक्सर लावारिस रह जाती हैं। यहां मुख्य प्रकार दिए गए हैं:

संपत्ति का प्रकार विवरण उसे कौन रखता है?
बैंक जमा (Deposits) निष्क्रिय बचत खाते, चालू खाते, और सावधि जमा जो 10 साल से निष्क्रिय हैं। RBI का DEA फंड / UDGAM पोर्टल
बीमा की राशि (Insurance) पॉलिसी की मैच्योरिटी राशि, सर्वाइवल बेनिफिट या मृत्यु क्लेम। बीमा कंपनियाँ (जैसे LIC)
शेयर और लाभांश (Shares & Dividends) 7 साल से अधिक समय से न लिए गए लाभांश और संबंधित शेयर। IEPFA (निवेशक शिक्षा एवं संरक्षण निधि प्राधिकरण)
म्यूचुअल फंड की आय रिडेम्पशन या लाभांश भुगतान जो अपडेट न किए गए बैंक खाते के कारण नहीं मिला। संबंधित AMC (एसेट मैनेजमेंट कंपनी)

💻 दावा करने के लिए त्वरित डिजिटल गाइड

यह अभियान नागरिकों को अपनी बिना दावे वाली संपत्तियों का पता लगाने, रिकॉर्ड अपडेट करने और दावा प्रक्रिया पूरी करने के बारे में तत्काल मार्गदर्शन प्रदान करेगा। आप इन प्रमुख डिजिटल साधनों का उपयोग करके अभी जाँच शुरू कर सकते हैं:

1. लावारिस बैंक जमा की खोज: UDGAM पोर्टल (RBI)

UDGAM (Unclaimed Deposits – Gateway to Access Information) RBI का वह केंद्रीय पोर्टल है, जहाँ आप एक ही स्थान पर कई बैंकों में लावारिस जमा की जाँच कर सकते हैं।

जाँच कैसे करें:

  1. विज़िट करें: UDGAM पोर्टल
  2. अपना नाम और मोबाइल नंबर दर्ज करके पंजीकरण (Register) करें।
  3. नाम और किसी भी पहचानकर्ता (जैसे पैन, खाता संख्या, DOB) का उपयोग करके खोज करें।

अगला कदम: यदि आपको कोई मिलान मिलता है, तो UDGAM आपको एक UDRN और बैंक शाखा का विवरण देगा। पैसा सीधे पोर्टल से नहीं मिलता; आपको **केवाईसी दस्तावेजों के साथ** सूचीबद्ध बैंक शाखा में जाकर दावा करना होगा।

2. बीमा पॉलिसी की राशि की जाँच: LIC पोर्टल

LIC सहित कई बीमाकर्ता अपनी वेबसाइट पर लावारिस राशि की जाँच की सुविधा देते हैं।

जाँच कैसे करें:

  1. जाएँ: LIC लावारिस राशि पोर्टल पर।
  2. पॉलिसी नंबर, नाम* और जन्मतिथि* (कम से कम दो फ़ील्ड अनिवार्य हैं) दर्ज करें।
  3. परिणाम तुरंत दिखेंगे। यदि राशि मिलती है, तो KYC/नामित व्यक्ति/कानूनी-वारिस दस्तावेज़ों के साथ LIC शाखा से संपर्क करें।

3. शेयर, लाभांश और म्यूचुअल फंड: IEPF / SEBI मार्ग

  • यदि आपके शेयर या लाभांश **7 वर्षों** तक दावा नहीं किए गए, तो वे **IEPF** को हस्तांतरित हो जाते हैं।
  • IEPF में दावा: IEPF रिफंड पोर्टल पर जाएँ और निर्धारित फॉर्म **(Form IEPF-5)** दाखिल करें। आपको आवश्यक केवाईसी और हकदारी प्रमाण संलग्न करना होगा।
  • म्यूचुअल फंड के लिए: सीधे संबंधित AMC (फंड हाउस) की वेबसाइट के निवेशक संबंध अनुभाग (Investor Relations section) की जाँच करें, जहाँ वे लावारिस भुगतानों का रिकॉर्ड रखते हैं।

🤝 अभियान से आपको क्या अतिरिक्त मदद मिलेगी?

अभियान की तीन महीने की अवधि के दौरान, सरकार प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है:

  • हेल्प डेस्क और डिजिटल क्लीनिक: बैंकों, बीमा शाखाओं और सार्वजनिक स्थानों पर विशेष हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे, जो आपको पोर्टल का उपयोग करने और KYC अपडेट करने का तरीका सिखाएंगे।
  • आधिकारिक मार्गदर्शन: RBI, IRDAI और SEBI/IEPFA द्वारा विकसित **मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOPs)** और **अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQs)** का वितरण किया जाएगा, जिससे दावेदारों को पता चलेगा कि उन्हें कौन से **सटीक दस्तावेज़** चाहिए।
  • वारिसों के लिए रास्ता: जटिल कानूनी-वारिस दावों को सुलझाने के लिए **एस्केलेशन चैनल और समय-सीमा** प्रदान की जाएगी।

आपका पैसा, आपका अधिकार – इस अवसर का लाभ उठाएँ, अपने परिवार की बचत वापस पाएँ, और **जागरूकता फैलाकर** हर घर में वित्तीय समावेशन को मज़बूत करें।

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अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। किसी भी सटीक प्रक्रिया या नवीनतम दिशानिर्देश के लिए, हमेशा **UDGAM, LIC, IEPF** और संबंधित नियामकों के **आधिकारिक पोर्टलों** का संदर्भ लें।

 

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